वस्तुतः श्री यंत्र एक स्वम जागृत यंत्र है श्री यंत्र को जयादा शक्ति बनाने के लिए शिवरात्रि नवरात्री होली दिवाली किसी भी शुभ दिन में मंत्र चैतन्य कर बनाया जा सकता है मंत्रो से सिद्ध श्री यंत्र आसिमित धन संपत्ति प्रदान करता है श्री विद्या की साधना हेतु भी श्री यंत्र जरुरी है जो चेतना का स्तर ऊपर उठता है
पूजा हेतु इस्तेमाल की जाने वाली तीन उंगलीयो से श्री यन्त्र पर लाल सिंदूर/ कुमकुम में से कोई भी कोई भी मंत्र कहते हुए सांसारिक उपलब्धि के लिए ९ बार ऊपर से निचे रोज चढ़ावें.
नोट -अध्यातमिक विकास हेतु उपरोक्त पूजा, निचे से ऊपर की ओर करे